18 दिसंबर गुरु घासीदास जयंती पर डुंडेरा अद्भुत पांती नाचा वीडियो |
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बाबा गुरु घासीदास का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में गिरौद नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम मंहगू दास तथा माता का नाम अमरौतिन था और उनकी धर्मपत्नी का सफुरा देवी था। गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज में एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया। सत्य के प्रति अटूट आस्था एवं कठिन तप के माध्यम से घासीदास बाबा ने ज्ञान की प्राप्ति की एवं उस ज्ञान के प्रकाश को श्वेत रंग का आधार दे कर जन जन तक श्वेत रंग को पहुंचाया श्वेत रंग सात रंगों का मिश्रण है, श्वेत रंग पवित्रता, शुद्धता, विद्या और शांति का प्रतीक है. यह श्वेत रंग हमें सांसारिक संकुचित भावना से ऊपर उठाता है और पवित्रता की ओर अग्रसर करता है। पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासीदास की जयंती 18 दिसंबर से एक माह तक बड़े पैमाने पर उत्सव के रूप में पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है। Jhum Jhum Ke Nachav Panthi, झूम झूम के नाचव पंथी, panthi song 2020, panthi geet, panthi dance cg, garima diwakar cg song, swarna diwakar cg song, cg song, गरिमा दिवाकर स्वर्णा दिवाकर, गरिमा दिवाकर सीजी सॉन्ग, गरिमा दिवाकर के गाना, garima diwakar song, गरिमा दिवाकर, गरिमा दिवाकर छत्तीसगढ़ी, गरिमा दिवाकर cg song, anjor cg, anjor cg song, garima diwakar, chhattisgarh, पंथी गीत, पंथी गाना, panthi song garima diwakar, panthi geet video, पंथी सॉन्ग, panthi dance |