दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार// BK Kumari best meditation and powefull song |
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दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार । सुख में प्रभुवर तेरी याद ना आयी, दुःख में प्रभुवर तुमसे प्रीत लगाई । सारा दोष हैं मेरा, मैं करता हूं स्वीकार, यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ॥ मेरा तो क्या हैं, मैं तो पहले से हारा, तुमसे ही पूछेगा ये संसार सारा । डूब क्यों नैय्या, तेरे रहते खेवनहार, यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ॥ सबकुछ लुटा, बस लाज बची हैं, तुमपे ही बाबा मेरी आस बंधी हैं । सुना हैं तुम सुनते हो, हम जैसो की पुकार, यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ॥ जिसको बताया मैंने अपना फ़साना, सबने बताया मुझको, तेरा ठिकाना । मेरी इस नैय्या के तुम ही हो खेवनहार, मैंने तुमको माना हैं माता पिता परिवार, यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ॥ दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार, यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ॥ |