|| Jubin Nautiyal: Meri Maa Ke Barabar Koi Nhi || Hey Kaalraatri Hey Kalyani || ||Navratri Special|| |
|
LYRICS OF SONG
ऊँचा है भवन ऊँचा मंदिर ऊँची है शान मैया तेरी चरणों में झुके बादल भी तेरे पर्वत पे लगे शैया तेरी हे कालरात्री हे कल्याणी तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं तेरी ममता से जो गहरा हो ऐसा तो सागर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं जैसे धारा और नदियां जैसे फूल और बगिया मेरे इतने ज़्यादा पास है तू जब ना होगा तेरा आँचल नैना मेरे होंगे जलथल जाएंगे कहाँ फिर मेरे आंसू दुःख दूर हुआ मेरा सारा अंधियारों में चमका तारा नाम तेरा जब भी पुकारा सूरज भी यहाँ है चंदा भी तेरे जैसा उजागर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं हे कालरात्री हे कल्याणी तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं तेरे मंदिरों में माई मैंने जोत क्या जलाई हो गया मेरे घर में उजाला क्या बताऊँ मैया जब कभी मैं लड़खड़ाया तूने दस भुजाओं से संभाला खिल जाती है सूखी डाली भर जाती है झोली खाली तेरी ही मेहर है महरा वाली ममता से तेरी बढ़के मैया मेरी तो धरोहर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं हे कालरात्री हे कल्याणी तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं तेरी ममता से जो गहरा हो ऐसा तो सागर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं माँ… मेरी माँ… माँ… मेरी माँ… माँ… मेरी माँ… मेरी माँ के बराबर कोई नहीं |